तुम्हारी आँखों में कुछ है
जो मुझे डूबने से रोकती है
अनकहे शब्दों की व्यथा
अनकहे शब्दों की व्यथा
अधरों का कोमल स्पंदन
तारीखों के ताल-वृक्ष
वट-वृक्ष सा फैला विश्वाश
प्रायः मुझे आश्वस्त करता है
सांय-सांय करती हवाएं
नदी का वो नौका विहारप्रायः मुझे आश्वस्त करता है
वह प्यार हीं तो है जो भेदता है
हमारे संबंधों की हड्डियाँ
प्यार एक ख़ामोशी है
प्यार एक ख़ामोशी है
जो हमें जिन्दा रहने को
मजबूर करती है !
मजबूर करती है !